आज भी लोग बड़े पैमाने पर परंपरागत खेती कर रहे हैं | लेकिन करनाल गांव के बुटाना सिंह ने परंपरागत खेती की जगह मछली पालन शुरू किया उन्होंने ना सिर्फ मछली पालन किया साथी साथ मछली का बीज भी तैयार किया | और बाद में अपनी ही प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर 35 तरह की मछलियों के प्रोडक्ट्स बना रहे हैं | उन्होंने फिश बाईट नाम का अपना एक ब्रांड भी बनाया हुआ है| और इससे वह 50 लाख रुपए आमदनी ले रही है |

1983 में बी ए की पढ़ाई के दौरान उन्होंने परंपरागत खेती करने की बजाय मत्स्यपालन करने का विचार किया इसी दौरान 500रुपए किराए पर एक तालाब खरीद कर ₹7000 का मछली का बीज डाल दिया | लगभग डेढ़ साल के इंतजार के बाद इससे  162000 रुपए का मुनाफा किया इस मुनाफे से उन्होंने कई गांव के तालाब लीज पर लिए और मछली पालन शुरू कर दिया |

1986 में उन्होंने अपने पिता से 5 एकड़ बंजर जमीन ली और उसे तालाब बनाकर मछली पालन शुरू कर दिया | शुरुआती दौर में उन्हें मछली का बीज कोलकाता से लाना पड़ता था इसी दौरान उनमें से बीज कुछ खराब हो जाया करते थे इस से बचने के लिए उन्होंने बीज बनाने का निर्णय लिया|

आज हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के मछली पालक सुल्तान से मछली का बीज खरीदने आते हैं इस समय सुलतान सिंह 27 एकड़ में मछली का पालन कर रहे हैं वह सालाना 1 करोड रुपए कमा रहे हैं जिसमें से 50% अपने खर्चे निकालकर वह 5000000 रुपए हर साल बचा लेते है|