जानिए मोनालिसा के पेंटिंग के पीछे का रहस्य और उस पेंटिंग के औरत के बारे में
दुनिया में सबसे बेहतरीन और रहस्यमई पेंटिंग है मोनालिसा | मोनालिसा
की पेंटिंग का नाम सुनते ही आपके ज़हन में कई सवाल उठते होंगे की इस पेटिंग
में औरत कौन है ? ,आदि इन्ही सवालो के जवाब आज आपको यह मिलेंगे |माना जाता
है की अलग अलग एंगल से देखने से मोनालिसा की की मुस्कराहट बदलती रहती है |
कई जानकारों का मानना है की इस पेंटिंग में कई रहस्य छुपे हुए है |

इस पेंटिंग का असली नाम है MANNA LISA इसका मतलब होता है 'MY LADY' | फ्रेंच के शाशक नेपोलियन बोनापार्ट को ये पेंटिंग बहुत पसंद थी | इसी कारन से इस पेंटिंग को बीएड रूम में टँगाया गया था |मोनालिसा की पेंटिंग के पीछे के रहस्य को जानने के लिया काफी खोज किये गए और इन्ही खोज से पता चला इस पेंटिंग एक पीछे का रहस्य तो चलिए जानते है इनके रहस्य |
विन्ची ने ये कही नहीं बताया है की उस पेंटिग के पीछे कौन है ? उन्होंने अपनी लिखी हुई रचना में से एक भी में नहीं बताया है की इस पेंटिंग में जो महिला है वो कौन है और न ही कोई सबूत छोड़ा है | तो सबके मन में सवाल उठता है की आखिर मोनालिसा है कौन ? सबसे पहले वैज्ञानिक कहते थे की डा विचि ने ये पेंटिंग मदर मर्री को ध्यान में रख कर बनाया है या उन्होंने इस पेंटिंग में उन्होंने अपनी माँ का कहरा बनाने की कोसिस की होगी | कई लोगो का मानना है की डा विन्ची ने उस पेंन्टिंग में खुद को एक महिला के रूप में प्रदर्शित किया है | परन्तु इनमे से कुछ भी सच नहीं है | लेकिन हम उस समय के इंसान को देखे तो उस समय के इंसान की सकल किसी से नहीं मिलती है | डा विन्ची के एक घनिस्ट मित्र ने उन्हें एक पत्र लिखा था|
वह पत्र 2005 में लोगो के सामने आया और ये पत्र अक्टूबर 1503 में लिखा गया था जिस वक़्त विन्ची ये पेंटिंग बना रहे थे जिस साक्ष ने उन्हें ये पत्र लिखा था उनका नाम था फ्रेंचेस्को देल गिआकोण्डो | उनकी पत्नी का नाम था लिसा गिआकोण्डो | दूसरे बेटे के जनम और नए घर बनाने की खुसी में गिआकोण्डो ने विचि से उसकी पत्नी का पेंटिंग बनाने को कहा था |
लेकिन हम पूरी तरह से नहीं कह सकते की ये पेंटिंग लिसा गिआकोण्डा की है |

Image: google
मोनलिस की पेंटिंग किसी कपडे या किसी कागज़ पर नहीं बना है बल्कि ये
लकड़ी पर बना हुआ है ये वही लकड़ी है जिसे आज के ज़माने में स्केट बोर्ड बनाने
में इस्तेमाल किया जाता है | इस पेंटिंग को 1503 में बनाना शुरू किआ गया
था और इसे 1519 में ख़तम किआ गया यानि की इस पेंटिंग को विन्ची बना ही रहे
थे लेकिन पूरा करने से पहले विन्ची की मृत्यु हो गई |इस पेंटिंग का नाम
मोनालिसा नहीं है असल में ये एक स्पेलिंग की गलतिया है |इस पेंटिंग का असली नाम है MANNA LISA इसका मतलब होता है 'MY LADY' | फ्रेंच के शाशक नेपोलियन बोनापार्ट को ये पेंटिंग बहुत पसंद थी | इसी कारन से इस पेंटिंग को बीएड रूम में टँगाया गया था |मोनालिसा की पेंटिंग के पीछे के रहस्य को जानने के लिया काफी खोज किये गए और इन्ही खोज से पता चला इस पेंटिंग एक पीछे का रहस्य तो चलिए जानते है इनके रहस्य |
विन्ची ने ये कही नहीं बताया है की उस पेंटिग के पीछे कौन है ? उन्होंने अपनी लिखी हुई रचना में से एक भी में नहीं बताया है की इस पेंटिंग में जो महिला है वो कौन है और न ही कोई सबूत छोड़ा है | तो सबके मन में सवाल उठता है की आखिर मोनालिसा है कौन ? सबसे पहले वैज्ञानिक कहते थे की डा विचि ने ये पेंटिंग मदर मर्री को ध्यान में रख कर बनाया है या उन्होंने इस पेंटिंग में उन्होंने अपनी माँ का कहरा बनाने की कोसिस की होगी | कई लोगो का मानना है की डा विन्ची ने उस पेंन्टिंग में खुद को एक महिला के रूप में प्रदर्शित किया है | परन्तु इनमे से कुछ भी सच नहीं है | लेकिन हम उस समय के इंसान को देखे तो उस समय के इंसान की सकल किसी से नहीं मिलती है | डा विन्ची के एक घनिस्ट मित्र ने उन्हें एक पत्र लिखा था|
वह पत्र 2005 में लोगो के सामने आया और ये पत्र अक्टूबर 1503 में लिखा गया था जिस वक़्त विन्ची ये पेंटिंग बना रहे थे जिस साक्ष ने उन्हें ये पत्र लिखा था उनका नाम था फ्रेंचेस्को देल गिआकोण्डो | उनकी पत्नी का नाम था लिसा गिआकोण्डो | दूसरे बेटे के जनम और नए घर बनाने की खुसी में गिआकोण्डो ने विचि से उसकी पत्नी का पेंटिंग बनाने को कहा था |
लेकिन हम पूरी तरह से नहीं कह सकते की ये पेंटिंग लिसा गिआकोण्डा की है |
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