कभी खाने को नहीं था लेकिन मेहनत से बनाया अलग मुकाम
कौन कहता है की आसमान में सुराख़ नहीं होता एक बार तबियत से पत्थर
उछाल के तो देखो | सपनो को साकार करने के लिए बस जरुरत होती है एक ईमानदार
कोशिस की , सच्ची लगन की | सपने खुद बखुद कदम चूमने लगते है |
सफलता पाने के लिए अगर अपनी किस्मत पर बैठ जाये तो हिम्मत और उममीत दोनों टूट सकती है | लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे जो छोटे से घर में पैदा हुए लेकिन अपने लिए एक आलिशान घर बनाया |
म्हणत ऐसी की पूरी विश्व उनके नाम की मुनादी हो गई | जिनके नाम की मिसाल दी जाती है | उनके काम को सराहा जाता है और सदियों तक सराहा जायगा | कुछ के नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज है तो कुछ आपको जीते जागते मिल जायेंगे | तो चलिए बात करते है कुछ ऐसे ही महँ शक्शियतो की जिन्होंने अपने बलबूते पे दुनिया जीता लोगो का दिल जीता जीने भूले भी न भूल पाएंगे हम |

ये नाम बॉलीवुड निर्देशन का वो नाम है जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्म बिल्लीवूड को दी रंग दे बसंती और दिल्ली ६ को आप कैसे भूल सकते है | लेकिन आज बुलंदी की सिखर पर पहुंचने वाले ये डायरेक्टर कभी पेट भरने के लिए घर घर जा कर वैक्यूम क्लीनर बेचा करते थे | लेकिन अब कोई शक नहीं की उनकी डायरेक्शन में बनी हुई फिल्म लोगो को बहुत भाटी है |

अपनी कलाकारी के लिए दिग्गज कलाकारों के बिच महम्मद ने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई |
फिल्मो में आने से पहले महमूद ड्राइवर से लेकर सामान बेचने तक का काम कर चुके है | गुमनाम से लेकर पड़ोसन जैसी फिल्म में अपनी कॉमिक टाइमिंग से लोगो को हँसाने वाले महमूद का सफर भी कुछ कठिनाओ से काम नहीं रहा |

बॉलीवुड में अपने अभिनय से से नाम प् चुके बोमन ईरानी की बुलंदिओ का रास्ता आसान नहीं था | घर चलने के लिए होटल में वेटर तक का काम किया और अपनी मम्मी की बेकरी में असिस्टेंट का काम कर चुके है |

इन सक्श को कोण भूल सकता है इनकी आता इनका वो निराला अंदाज़ लोगो के दिलो इ आज भी घर कर चूका है जो भूले भी नहीं भूला जा सकता | देवानंद एक ऐसा नाम है जिसका मतलब ही बॉलीवुड है | लेकिन सदाबर एक्टर बनने से देवानंद अपनी रोजी रोटी चलने के लिए सेंसर बोर्ड के दफ्तर के सामने मूंगफलिया बेचा करते थे | लेकिन जब मेहनत रंग ले तो नाम इतना बड़ा हो गया और बाकि सब छोटा हो गया |

जिन अम्बानी भाइयो को अमीरी का पर्यायवाची मन जाता है उनके पिता धीरू भाई अम्बानी एक गरीब थे | जो कभी एक गैस स्टेशन पर एक गैस अटेंडेंड का काम करते थे | आज अम्बानी परिवार करोड़ो का कारोबार करता है | जिन्होंने रिलायंस कंपनी की नीव रखी वो है हमारे सहजदिल के धीरूभाई अंबानी |

अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके नवाज़ फिल्मो में आने से पहले दर दर के ठोकरे कहा चुके है| पेट भरने के लिए गॉर्ड तक का काम किया | लेकिन बॉलीवुड में आज मेथड एक्टिंग की पहचान बना चुके है | जी है नवाज़ के सामने एक ऐसा डोर था जब उन्हें एक watch मैन का काम करना पड़ा था लेकिन आज लोग उनके एक्टिंग की तारीफों के फूल बांधते नहीं थकते |

देश के प्रधान मंत्री भी छोटे घर में पैदा हुए लेकिन इनका सपना भी बड़ा था जिसने उन्हें मुक्कदर का सिकंदर बना दिया | बचपन में उन्होंने जीविका चलने के लिए चाय तक बेचीं | लेकिन कभी अपने सपनो को मरने नहीं दिया और आज देश से लेकर विदेश में मोदी की चर्चा होती है |
दोस्तों इन लोगो ने साबित किया है की हौसला बुलंद हो और रास्तो में चाहे कितने भी अर्चन आ जाए कामियाबी हासिल की जा सकती है बस चाहिए की हमें कभी हिम्मत नहीं हरनी है चाहे परिस्थिति कैसी भी हो | और हमें कभी अपने किस्मत को नहीं कोसना नहीं चाहिए किस्मत को कोसने वाले वही के वही रह जाते है तरक्की वही कर पते है जिनके हैलो में जान होती है |
सफलता पाने के लिए अगर अपनी किस्मत पर बैठ जाये तो हिम्मत और उममीत दोनों टूट सकती है | लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे जो छोटे से घर में पैदा हुए लेकिन अपने लिए एक आलिशान घर बनाया |
म्हणत ऐसी की पूरी विश्व उनके नाम की मुनादी हो गई | जिनके नाम की मिसाल दी जाती है | उनके काम को सराहा जाता है और सदियों तक सराहा जायगा | कुछ के नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज है तो कुछ आपको जीते जागते मिल जायेंगे | तो चलिए बात करते है कुछ ऐसे ही महँ शक्शियतो की जिन्होंने अपने बलबूते पे दुनिया जीता लोगो का दिल जीता जीने भूले भी न भूल पाएंगे हम |

Image: google
राकेश ओमप्रकाश महरा ये नाम बॉलीवुड निर्देशन का वो नाम है जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्म बिल्लीवूड को दी रंग दे बसंती और दिल्ली ६ को आप कैसे भूल सकते है | लेकिन आज बुलंदी की सिखर पर पहुंचने वाले ये डायरेक्टर कभी पेट भरने के लिए घर घर जा कर वैक्यूम क्लीनर बेचा करते थे | लेकिन अब कोई शक नहीं की उनकी डायरेक्शन में बनी हुई फिल्म लोगो को बहुत भाटी है |

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महमूद अपनी कलाकारी के लिए दिग्गज कलाकारों के बिच महम्मद ने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई |
फिल्मो में आने से पहले महमूद ड्राइवर से लेकर सामान बेचने तक का काम कर चुके है | गुमनाम से लेकर पड़ोसन जैसी फिल्म में अपनी कॉमिक टाइमिंग से लोगो को हँसाने वाले महमूद का सफर भी कुछ कठिनाओ से काम नहीं रहा |

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बोमन ईरानी बॉलीवुड में अपने अभिनय से से नाम प् चुके बोमन ईरानी की बुलंदिओ का रास्ता आसान नहीं था | घर चलने के लिए होटल में वेटर तक का काम किया और अपनी मम्मी की बेकरी में असिस्टेंट का काम कर चुके है |

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देवानंद इन सक्श को कोण भूल सकता है इनकी आता इनका वो निराला अंदाज़ लोगो के दिलो इ आज भी घर कर चूका है जो भूले भी नहीं भूला जा सकता | देवानंद एक ऐसा नाम है जिसका मतलब ही बॉलीवुड है | लेकिन सदाबर एक्टर बनने से देवानंद अपनी रोजी रोटी चलने के लिए सेंसर बोर्ड के दफ्तर के सामने मूंगफलिया बेचा करते थे | लेकिन जब मेहनत रंग ले तो नाम इतना बड़ा हो गया और बाकि सब छोटा हो गया |

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धीरूभाई अम्बानी जिन अम्बानी भाइयो को अमीरी का पर्यायवाची मन जाता है उनके पिता धीरू भाई अम्बानी एक गरीब थे | जो कभी एक गैस स्टेशन पर एक गैस अटेंडेंड का काम करते थे | आज अम्बानी परिवार करोड़ो का कारोबार करता है | जिन्होंने रिलायंस कंपनी की नीव रखी वो है हमारे सहजदिल के धीरूभाई अंबानी |

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नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके नवाज़ फिल्मो में आने से पहले दर दर के ठोकरे कहा चुके है| पेट भरने के लिए गॉर्ड तक का काम किया | लेकिन बॉलीवुड में आज मेथड एक्टिंग की पहचान बना चुके है | जी है नवाज़ के सामने एक ऐसा डोर था जब उन्हें एक watch मैन का काम करना पड़ा था लेकिन आज लोग उनके एक्टिंग की तारीफों के फूल बांधते नहीं थकते |

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नरेंद्र मोदी देश के प्रधान मंत्री भी छोटे घर में पैदा हुए लेकिन इनका सपना भी बड़ा था जिसने उन्हें मुक्कदर का सिकंदर बना दिया | बचपन में उन्होंने जीविका चलने के लिए चाय तक बेचीं | लेकिन कभी अपने सपनो को मरने नहीं दिया और आज देश से लेकर विदेश में मोदी की चर्चा होती है |
दोस्तों इन लोगो ने साबित किया है की हौसला बुलंद हो और रास्तो में चाहे कितने भी अर्चन आ जाए कामियाबी हासिल की जा सकती है बस चाहिए की हमें कभी हिम्मत नहीं हरनी है चाहे परिस्थिति कैसी भी हो | और हमें कभी अपने किस्मत को नहीं कोसना नहीं चाहिए किस्मत को कोसने वाले वही के वही रह जाते है तरक्की वही कर पते है जिनके हैलो में जान होती है |
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