जानिए क्यू होता है लीप ईयर में 366 दिन
हम सब जानते है की हर तीन साल के बाद चौथे साल में लीप ईयर आता है |
इस लीप ईयर में फरवरी 29 दिनों का होता और अन्य सालो में फरवरी 28 दिनों
का होता इसी के चलते लीप ईयर में 1 दिन और जुड़ जाता है और ये साल पुरे 366
दिनों का हो जाता है | लेकिन क्या आपके मन में कभी ऐसा सवाल उठा है की आखिर
ऐसा क्यू होता है ? की लीप ईयर में 1 दिन और कहा से जाता है अगर आपको
नहीं पता तो चलिए आज हम आपको बताते है इसके पीछे की सच्चाई |
हम सब जानते है की पृथ्वी सूर्य का एक परिक्रमा 1 साल में पूरा करता है और असल में देखा जाये तो इसे पूरा परिक्रमा करने में 365 दिन और 6 घंटे अलग से लगते है और इन्ही 6 घंटो की वजह से ऐसा होता | अभी आप ये सोच रहे होके की इस 6 घंटो से क्या होगा ? अगर इन 6 घंटो को हर साल का चार बार जोड़ा जाये तो 24 घंटे होते है और यही 24 घंटो में 1 दिन होता है और ये 1 दिन लीप ईयर में जुड़ जाता है | जो की इस पुरे समय के सिस्टम को पूरा करता है |
हम सब जानते है की पृथ्वी सूर्य का एक परिक्रमा 1 साल में पूरा करता है और असल में देखा जाये तो इसे पूरा परिक्रमा करने में 365 दिन और 6 घंटे अलग से लगते है और इन्ही 6 घंटो की वजह से ऐसा होता | अभी आप ये सोच रहे होके की इस 6 घंटो से क्या होगा ? अगर इन 6 घंटो को हर साल का चार बार जोड़ा जाये तो 24 घंटे होते है और यही 24 घंटो में 1 दिन होता है और ये 1 दिन लीप ईयर में जुड़ जाता है | जो की इस पुरे समय के सिस्टम को पूरा करता है |
No comments:
Post a Comment