हमें अपने शरीर का बखूबी धयान रखना होता है | हमारा शरीर हर वक़्त कार्य करता रहता है और इसी दौरान हमें हमें छींक आ जाये तो हमें इस बात का बखूबी धयान रखना होता है की हम अपने छींक को कभी न रोके ऐसा करने से हमारे सरीर में दिमाग तक रक्त को लेजाने वाली वैन्स फैट सकती है इससे हमारी तुरंत जान भी जा सकती है इसीलिए धयान रहे की हमें छींक को कभी भी नहीं रोकना चाहिए | अगर हम जयादा जोर से छीकते है तो हम अपने रिब को डैमेज भी कर सकते है | चलिए जानते है अपनी छींक से लेकर और भी अन्य तथ्यों को -

  • हमारे छीकते समय वायु में बहुत से जीवाणु जाते है जिससे आपकी बीमारी दुसरो तक जा सकती है इसीलिए चीते वक़्त रुमाल का इस्तेमाल जरूर करे इससे आपके रुमाल में ही जीवाणु रह जायेगा और उस रुमाल को किसी के साथ शेयर न करे और समय समय में इसे धोते रहे |
  • हमारे छींक की स्पीड 100 mph की स्पीड को भी पर कर सकता है
  • जब हम छीकते है तो हमारा हार्ट कुछ मिलीसेकंड तक रुका रहता है |
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